PM Vishwakarma Yojana 2024
PM Vishwakarma Yojana 2024 पूरे भारत में कारीगरों और शिल्पकारों को व्यापक सहायता प्रदान करने के लिए सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्रालय द्वारा शुरू की गई एक केंद्रीय क्षेत्र की योजना है। आइए इस परिवर्तनकारी पहल के बारे में विस्तार से जानें:
पीएम विश्वकर्मा योजना क्या है?
– **PM Vishwakarma Yojana** सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (MSME) द्वारा शुरू की गई **केंद्रीय क्षेत्र की योजना** है।
– इसका प्राथमिक उद्देश्य कारीगरों और शिल्पकारों को **समग्र और संपूर्ण सहायता** प्रदान करना है।
– यह योजना इन कुशल व्यक्तियों को **”विश्वकर्मा”** के रूप में मान्यता देती है और उनके पारंपरिक उत्पादों और सेवाओं को बढ़ाने का लक्ष्य रखती है।
पीएम विश्वकर्मा योजना के उद्देश्य
1. मान्यता और सशक्तिकरण:
– इस योजना का उद्देश्य हमारी सांस्कृतिक विरासत को आकार देने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार करते हुए कारीगरों और शिल्पकारों को “विश्वकर्मा” के रूप में मान्यता देना है।
– यह मान्यता प्रदान करने से कारीगर योजना के तहत विभिन्न लाभों के पात्र बन जाते हैं।
2. समग्र समर्थन:
– पीएम विश्वकर्मा योजना पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को अंत तक सहायता प्रदान करती है।
– समर्थन में इन तक पहुंच शामिल है:
– निःशुल्क ऋण: कारीगर अपने व्यवसाय के लिए वित्तीय सहायता का लाभ उठा सकते हैं।
– कौशल प्रशिक्षण: उनके कौशल और ज्ञान को बढ़ाना।
– आधुनिक उपकरण: आधुनिक उपकरणों और प्रौद्योगिकी के उपयोग को सुविधाजनक बनाना।
– डिजिटल और बाजार लेनदेन के लिए प्रोत्साहन: डिजिटल अपनाने और बाजार भागीदारी को प्रोत्साहित करना।
PM Vishwakarma Yojana 2024: पात्रता मापदंड
विभिन्न शिल्प और व्यापारों में लगे कारीगर इस योजना में भाग लेने के पात्र हैं। कुछ योग्य श्रेणियों में शामिल हैं:
1. बुनकर
2. सुनार
3. लोहार
4. कपड़े धोने वाले कर्मचारी
5. नाई
6. अन्य पारंपरिक शिल्पकार
प्रस्तावित लाभ
1. प्रशिक्षण सहायता:
– कारीगरों को अपनी शिल्प कौशल को बढ़ाने के लिए निःशुल्क कौशल प्रशिक्षण प्राप्त होता है।
– यह प्रशिक्षण उन्हें आधुनिक तकनीकों से लैस करता है और सुनिश्चित करता है कि उनके उत्पाद समकालीन मानकों को पूरा करें।
2. वित्तीय सहायता:
– कारीगर औजार और उपकरण खरीदने के लिए वित्तीय सहायता का लाभ उठा सकते हैं।
– उपकरण अधिग्रहण में सहायता के लिए उन्हें ₹15,000 मिलते हैं।
3. बिजनेस लोन:
– पीएम विश्वकर्मा योजना व्यवसाय विस्तार के लिए कारीगरों को ₹200,000 तक का ऋण प्रदान करती है।
– यह वित्तीय प्रोत्साहन उन्हें अपने परिचालन को बढ़ाने और व्यापक बाजारों तक पहुंचने में सक्षम बनाता है।
PM Vishwakarma Yojana 2024: कार्यान्वयन और प्रभाव
– इस योजना में उल्लेखनीय प्रगति देखी गई है:
– 2.1 करोड़ से अधिक आवेदन जमा हो चुके हैं।
– पारदर्शिता और दक्षता सुनिश्चित करते हुए विभिन्न स्तरों पर सत्यापन चरण पूरे कर लिए गए हैं।
– जिला कार्यान्वयन समितियाँ और स्क्रीनिंग समितियाँ इस प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
Quick Facts:
– **जमा किए गए आवेदन**: 2.29 करोड़ से अधिक
– **सत्यापन चरण पूरे हुए**:
– ग्राम पंचायत या यूएलबी/ज़ोन स्तर: 23.3 लाख
– जिला कार्यान्वयन समिति: 14.4 लाख
– स्क्रीनिंग समिति: 14.2 लाख
– **सफलतापूर्वक पंजीकृत आवेदक**: प्रभावशाली संख्या!
अवधि और विजन:
– यह योजना **पांच साल** (वित्त वर्ष 2023-24 से वित्त वर्ष 2027-28 तक) तक फैली हुई है।
– इसका उद्देश्य कारीगरों और शिल्पकारों के बीच **गुरु-शिष्य परंपरा** (शिक्षक-छात्र परंपरा) को मजबूत करना और उसका पोषण करना है।
याद रखें, पीएम विश्वकर्मा योजना हमारे कुशल कारीगरों की कड़ी मेहनत और रचनात्मकता का जश्न मनाती है, जो भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत में योगदान करते हैं।
निष्कर्ष
PM Vishwakarma Yojana 2024 भारत के कारीगरों और शिल्पकारों के लिए एक गेम-चेंजर है। समग्र समर्थन, मान्यता और वित्तीय सहायता प्रदान करके, यह उन्हें तेजी से विकसित हो रही दुनिया में पनपने के लिए सशक्त बनाता है। आइए उन हाथों का जश्न मनाएं जो हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का निर्माण, आकार और संरक्षण करते हैं!
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